Avesh Khan : 145 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंद फेंकने वाले आवेश खान का जन्म मध्ये प्रदेश के इंदौर में साल 13 दिसंबर 1996 को हुआ था, इस तेज़ गेंदबाज के पिता का नाम आशिक़ खान है जो पान की दूकान चलते थे लेकिन बाद में उन्होंने अपना वयवसाय बदल लिया था उनके पिता ने एक फाइनेंस कंपनी ज्वाइन कर ली थी जिसमें बाद में उनको इस कंपनी का मैनेजर बना दिया था आवेश के भाई भी एक प्राइवेट फर्म में सेल मार्कटिंग की जॉब किया करते थे इनके भाई का नाम असद खान है आवेश की माता का नाम शाबिवा आशिक़ खान है जो एक हाउस केयर टेकर है आवेश खान की एक बहन भी है जो विवाहित है वो तीन भाई बहन है आवेश खान का लालन पोषण और उनका रखरखाव उनके माता पिता के नज़र ही हुआ है आवेश खान अभी अविवाहित है और अभी तक उनकी कोई गर्ल फ्रेंड है ऐसी कोई खबर सामने नहीं आई है.
Avesh Khan प्रोफ़ेशनल क्रिकेट खेलने का था सपना
आवेश खान के पिता और उनके भाई को भी क्रिकेट से लगाव था वो जिले स्तर पर क्रिकेट खेलते थे लेकिन परिवार की ज़िम्मेदारी के चलते उन्हें ड्राप करना पड़ा, आवेश खान को क्रिकेट से लगाव बहुत काम उम्र में ही हो गया था क्यूंकि वो अपने पिता को क्रिकेट खेलते देखते थे आवेश खान ने अपनी स्कूलिंग की पढ़ाई स्किल अकडेमी से पूरी की है उसके बाद उन्होंने कॉमर्स में अपनी आगे की पड़े पूरी की महज़ 10 साल की उम्र में उन्होंने टेनिस की बाल से खेलना शुरू कर दिया था लेकिन उनकी क्रिकेट के प्रीति प्रतिभा को देखकर उनके अंकल ने उन्हें लेदर की बाल से खेलने का सुझाव दिया उसके बाद उन्होंने प्रोफ़ेशनल क्रिकेट सीखा और हर रोज़ अपने खेलने के दायरे को बढ़ाते चले गए और लगातार अपनी बॉलिंग में सुधार किया इस सब में उनके परिवार का पूरा सहयोग मिला आवेश खन ने अपने करियर की शुरुआत इंदौर के क्रिकेट क्लब से की थी और यहीं से आवेश खान को अपने करियर को बनाने का टर्निग पोईं मिल जाता है। यही पर अमरदीप पठानिया से क्रिकेट की बारीकियां सीखी।
आवेश खान का घरेलू क्रिकेट से अन्तराष्टीय क्रिकेट का सफ़र :
तमाम संघर्षो से गुजरने के बाद अंडर 16 में मध्य प्रदेश की टीम में एक तेज़ गेंद बाज़ के रूप शानदार प्रदर्शन किया जो आज तक जारी है मर्चेंट ट्रॉफी अंडर 16 में आवेश खान ने ज़बरदस्त प्रदर्शन किया और उन्होंने साबित कर दिया की वो और गेंदबाज़ो से कितने अलग है आवेश खान पूरी रफ़्तार से आगे बाद रहे थे और सबको उम्मीद थी की आवेश जल्द ही मुक़ाम हासिल कर लेगा लेकिन स्तिथि विपरीत हो गई जब उनके पिता को काम छोड़कर घर बैठना पड़ा क्यूंकि उनकी दूकान सड़क बनने के दौरान साइड से हटा दी गई थी लेकिन आवेश खान ने क्रिकेट से कमाए गए पैसो से अपना घर का चालन किया और इस तरह उन्होंने अपने पिता को घर सँभालने में मदद पहुंचाई अंडर 19 वर्ल्ड कप 2014 में आवेश का सिलेक्शन हो जाता है लेकिन चोट लगने के कारण अपनी प्रतिभा नहीं दिखा सके। उसके बाद उन्होंने अपनी मेहनत का दायरा और बढ़ा दिया जिसके बाद उन्होंने रणजी ट्रॉफी में मध्य प्रदेश के लिए खेलने का चयन करा ही लिया उन्होंने दिल्ली में रेलवे टीम के ख़िलाफ़ अपना आग़ाज़ किया। रणजी में पहले मैच में ही उन्होंने 2 विकेट चटकाए थे और कुल 5 मैचों में 15 विकेट चटकाए थे और अंडर 19 वर्ल्ड दुबई 2014 भी उन्होंने अपनी जगह बनाई थी लिस्ट ए क्रिकेट की शुरुआत 2017-2018 में हज़ारे ट्रॉफी मुंबई से की थी और 2018-2019 में रणजी में सर्वाधिक रन भी लिए थे
आईपीएल की नीलामी में रच दिया था इतिहास :
आवेश खान ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत 2017 में बंगलौर के लिए दिल्ली कैपिटल के खिलाफ खेलते हुए की थी 2017 में रॉयल चैलेंजर बंगलौर ने आवेश खान को 10 लाख रूपये में खरीदा था लेकिन आईपीएल 2018 के सीज़न में दिल्ली कैपिटल के लिए खेले इस बार आवेश खान को 75 लाख रूपये में खरीदा गया था यही नहीं आवेश खान को दिल्ली कैपिटल ने 2021 तक अपनी टीम में बरक़रार रखा।
लेकिन आईपीएल 2022 नीलामी के अंर्तगत लखनऊ की टीम ने आवेश खान को 10 करोड़ रूपये की भारी रकम में खरीदा जिसके बाद आवेश खान चर्चा का विषय बन गए क्यूंकि आवेश खान पहले एनकैप खिलाडी बन गए थे आवेश खान से पहले सबसे महंगे खिलाडी कृष्णप्पा गौतम थे जिनको चैन्नई सुपर किंग्स ने 2021 में 9.25 करोड़ में खरीदा था लेकिंन राजस्थान रॉयल ने आवेश को अपनी टीम में ले लिया था।
202-2024 के रणजी ट्रॉफी मुक़ाबले में आवेश खान ने अपनी टीम मध्य प्रदेश को ट्रॉफी के अंतिम चरण में ले जाने के लिए एहम भूमिका निभाई है आवेश अपनी टीम को पहले फाइनल तक पंहुचा दिए है अगर वो पहला सेमि फाइनल जीत जाते है तो उनका फाइनल में जाना लग भग तय है।
अन्तराष्टीय वनडे की शुरुआत -जुलाई 2022 और टी 20 की शुरुआत फ़रवरी 2022 .