Tanush Kotian and Tushar Deshpande in Ranji Trophy : तुषार ने और तनुष कोटियन ने मिलकर 78 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया जी हाँ नंबर 10 और नंबर 11 पर दोने ने कमाल कर दिया, रणजी ट्रॉफी में दोनों ने मिलकर एक ही पारी में शतक बनाया ये कमाल तब हुआ था जब भारत देश अंग्रेजो के कब्ज़े में था जी बिलकुल आज से 78 साल पहले यानि 1946 में इंडियन vs सरे के बीच खेला गया मैच जिसमें 11वे और 10वे नंबर पर चंदू सरवटे और सुते बनर्जी ने शतक बनाया था, ये मुक़ाबला ओवल मैदान पर हुआ था।
तुषार देशपांडेय और तनुष ने अपनी पारी में जड़ा शतक तोड़ डाला 78 साल का रिकॉर्ड
मुंबई में खेली जा रही रणजी ट्रॉफी 2023 -2024 के दूसरे क़्वार्टर फाइनल में मुंबई और बड़ोदा के बीच शरद पवार क्रिकेट अकादमी में खेला जा रहा है जहाँ मुंबई की टीम की तरफ से तुषार और तनुष 11वे और 10वे नंबर पे बल्लेबाज़ी करने आते है और दोनों ही अपनी अपनी पारी में शतकीय पारी खेलते है , उनसे पहले मुंबई की टीम का स्कोर 337/9 था लेकिंन जब ये दोनों बल्लेबाज़ मैदान में उतरे तो स्कोर बोर्ड चेंज कर दिया शायद ही किसी को उम्मीद होगी के ये दोनों बल्लेबाज़ ऐसा कारनामा कर पाएंगे जो इतिहास में लिखा जायेगा दोनों बल्लेबाज़ ने मिलकर मुंबई की टीम को 337 के स्कोर से दोनों पारियों को मिलाकर 605 रन का विशाल स्कोर खड़ा करते है।
रणजी ट्रॉफी में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तनुष और पांडेय ने मचाया तहलका
मुंबई और बड़ोदा के बीच खेले जा रहे दूसरे क्वार्टर फाइनल में मुंबई ने पहली पारी में 384 रन बनाये थे और बड़ोदा ने अपनी पहली पारी में 348 रन ही बना पाए थी , इसके बाद मुंबई अपनी दूसरी पारी की शुरुआत करती है और 9 विकेट के नुक्सान से 337 रन बना लेती है लेकिन उसके बाद 10वे और 11वे नंबर के खिलाडी क्रीज़ पे आते है और मैच का रुख बदल देते है, तनुष अपनी पारी में 120 रन बनाकर नावाद जबकि 123 रन बनाकर पवेलियन वापस लोटे दोनों ने होनी शतकीय पारी खेलकर अपनी टीम का स्कोर 605 पर पंहुचा दिया ये बहुत विशाल स्कोर है लेकिन बड़ौदा अपनी पहले पारी में 384 रन के स्कोर का पीछा करने मैदान पर उतरती है और कुल 348 रन पर ढेर हो जाती है अब बड़ोदा को अपनी दूसरी पारी में जीतने के लिए 606 रन का स्कोर खड़ा करना होगा, यदि बड़ौदा हार जाती है मुंबई जीत जाती है तो मुंबई सेमीफइनल में पहुंच जाएगी।
1946 में खेले गए मैच में ये करनामाँ चंदू और शुते बनर्जी के नाम था :
ये बात आज से 78 साल पहले की है जब फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 10वे और 11वे नंबर पर चंदू और बनर्जी शतकीय पारी खेली थी और रिकॉर्ड इतिहास में उनके नाम था लेकिन 2024 में ये रिकॉर्ड तनुष और तुषार पण्डे ने तोड़ दिया , रणजी ट्रॉफी 2023 -2024 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट डेब्यू में शानदार आगाज़ करने वाले तुषार और तनुष चर्चा विषय बने हुए और उन्होंने ये साबित कर दिया की ओपनिंग जोड़ी हो या आखिर की जोड़ी हो रिकॉर्ड कही भी और कभी भी बनाया जा सकता है बस हौसले की जरुरत है, आज के युवा खिलाडियों में जोश है क्रिकेट के लिए वो बहुत सूझ बुझ की बॉलिंग करते है और बल्लेबाज़ी करते है गौरतलब ये है की चयनकर्ता आज कल युवाओ को जल्दी मौका दे रहे है ये बात हमने अभी भारत में चल रही इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में देखी है जहाँ नए बॉलर और नए बल्लेबाज़ों का डेब्यू हुआ है और उन्होंने अपने अपने पहले मैच में शानदार प्रदर्शन किया है और उम्मीद करते है की आने वाले नए खिलाडी शानदार प्रदर्शन करेंगे और भारत का नाम विश्व में रोशन करेंगे।